चंबा। जम्मू-कश्मीर के 218 बच्चे मणिमहेश यात्रा पर निकल आए हैं। हिमाचल की सीमा में दाखिल होने वाले पहले दो जत्थों में इस बार इतनी ही महिलाएं भी यात्रा कर रही हैं। मणिमहेश यात्रा पर पैदल निकले श्रद्धालुओं में महिलाओं और बच्चों की संख्या इस बार सबसे ज्यादा है।
पहले दौर में जम्मू-कश्मीर के रास्ते पैदल हिमाचल में प्रवेश करने वाले दोनों जत्थों में 436 महिलाओं और बच्चों के होने का रिकार्ड पुलिस ने दर्ज किया है। इसमें दोनों जत्थों में 218-218 महिलाएं व बच्चे शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के रास्ते पहला जत्था खुंडी मराल से हिमाचल में दाखिल हुआ है। इस जत्थे में पुलिस ने 366 लोगों का पंजीकरण सीमावर्ती इलाके में किया है, जिसमें से 113 पुरुष, 93 महिलाएं, जबकि रिकार्ड 206 बच्चों के होने की खबर है। इसके अलावा यह जत्था अपने साथ 22 भेड़ें और खाने-पीने का अन्य सामान लेकर आगे बढ़ रहा है, जबकि गुल्लू दी मंडी से चंबा की सीमा में दाखिल हुए जम्मू-कश्मीर के दूसरे जत्थे में 317 लोगों के शामिल होने की खबर है। इस जत्थे में 134 पुरुष, 125 महिलाएं, जबकि 107 बच्चे शामिल हैं। यह जत्था अपने साथ 33 भेड़े लेकर चल रहा है।
गौर हो कि पुलिस ने इस बार पुख्ता प्रबंधों के तहत मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं के निरीक्षण व पंजीकरण का प्रबंध किया था, जिसके तहत इन दोनों जत्थों की शुरूआती जानकारी जुटाई गई है। पुलिस ने दोनों जत्थों के कड़े परीक्षण के बाद उन्हें मणिमहेश यात्रा की अनुमति और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर दिए हैं। यह यात्री हर साल पैदल ही मणिमहेश यात्रा पर निकलते हैं। पुलिस ने दोनों जत्थों की गिनती करने के साथ ही भविष्य में आने वाले दूसरे जत्थों के लिए भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर लिए हैं। जम्मू-कश्मीर में हिंसा की वजह से इस बार मणिमहेश यात्रियों की संख्या में कमी आई है। पुलिस लगातार सीमावर्ती क्षेत्रों पर नजर बनाए हुए है, ताकि किसी भी संदिग्ध परिस्थिति से निपटने में सफलता हासिल की जा सके।
पुलिस ने जमा कर लिया है रिकार्ड : एसपी-
पुलिस अधीक्षक जगत राम का कहना है कि जम्मू-कश्मीर से फिलहाल दो ही जत्थों ने हिमाचल की सीमा में प्रवेश किया है। इन दोनों जत्थों का रिकार्ड पुलिस ने अपने पास जमा कर लिया है। भविष्य में भी पुलिस निगरानी को बरकरार रखेगी, ताकि संदिग्ध तत्वों पर नजर रखी जा सके।