नई दिल्ली।। कोयला घोटाले से जुड़ीं फाइलों के गायब होने और तेलंगाना के मुद्दे पर मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी ने फाइल गायब होने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से सफाई देने की मांग की है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए कि आखिर ये फाइलें कैसे गायब हुईं।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर कांग्रेस लोकसभा में खाद्य सुरक्षा बिल को लेकर बहस करवाना चाहती है। बहस की शुरुआत सोनिया गांधी करने वाली हैं। लेकिन, लगातार हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्य की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी है और खाद्य सुरक्षा बिल पर चर्चा शुरू नहीं हो पाई।
बीजेपी ने लोकसभा में 3 मुद्दों पर स्थगन का प्रस्ताव रखा है। ये 3 मुद्दे हैं, रुपये में गिरावट, कोयला घोटाले की फाइलों का गुम होना और उत्तर प्रदेश में वीएचपी की 84 कोसी यात्रा।
राज्यसभा में भी कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कोल ब्लॉक आवंटन से जुड़ीं फाइलें गायब होने को लेकर बयान देने की कोशिश की, लेकिन बीजेपी के सांसद रविशंकर प्रसाद ने इस मसले पर प्रधानमंत्री से सफाई देने की मांग की है।
गौरतलब है कि कोयला खदान अलॉटमेंट के लिए साल 1993 से 2004 के बीच कई कंपनियों ने आवेदन किया था और उनके दस्तावेज गायब हैं। इनमें कांग्रेस सांसद विजय दर्डा की कंपनी की फाइल भी शामिल है। दर्डा ने बांदेर कोल ब्लॉक के लिए सिफारिश की थी, जिसे पीएमओ ने आगे बढ़ाया था। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने भी माना है कि कोयला खदान आवंटन से जुड़ीं कुछ फाइलें गायब हुई हैं। उन्होंने कहा कि कुछ फाइलें गायब हैं लेकिन मुझे यह नहीं पता कितनी फाइलें गायब हैं।