नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान द्वारा कथित रूप से संसद की सुरक्षा भंग करने की जांच कर रही लोकसभा की समिति को लोकसभा के तीन सांसदों ने पत्र लिखा है। पत्र में इन्होंने कहा है कि मान को शराब पीने की कथित लत से छुटकारा दिलाने के लिए स्वास्थ्यलाभ केंद्र (रिहैबिलिटेशन सेंटर) भेजा जाना चाहिए।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में भाजपा के महेश गिरी, शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा और आम आदमी पाटी के निलंबित सांसद हरिंदर सिंह खालसा हैं। खालसा पंजाब के फतेहगढ़ साहिब संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भाजपा सांसद कीर्ति सोमैया के नेतृत्ववाली नौ सदस्यीय संसदीय समिति रोज बैठकें कर रही है क्योंकि इस समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट देनी है। मान को तब तक संसद नहीं आने को कहा गया है।
इन तीनों सदस्यों ने कमेटी के अध्यक्ष से आग्रह किया है कि मान को नशा की लत छोड़ने का कोर्स पूरा कर लेने के बाद ही सदन में आने की इजाजत दी जाए। मान पंजाब के संगरूर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
तीनों सांसदों ने अपने पत्र में कहा है, “यदि मान को लोकसभा अपने खर्च पर लत छुड़ाने के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर भेजती है तो हमलोग आभारी रहेंगे। उसके बाद ही उन्हें सदन की कार्यवाही में भाग लेने की इजाजत दी जानी चाहिए।”
पत्र में कहा गया है कि संसद में यह सबकी जानकारी में है कि सांसद मान लगातार नशे या शराब के असर में रहते हैं। नशा किए बगैर वह संसद की कार्यवाही में भाग नहीं लेते।
पत्र में कहा गया है कि ऐसा आचरण एक सांसद के लिए बिल्कुल अनुचित है जिसे जनता का प्रतिनिधि चुना गया है और जिसे अपने संसदीय क्षेत्र का अनुकरणीय व्यक्ति माना जाता है।
22 जुलाई को खालसा ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखकर मान की सीट बदलने की मांग की थी। वह लोकसभा में मान के पास की सीट पर बैठते हैं। उन्होंने लिखा था कि मान सदन में मदोन्मत्त स्थिति में आते हैं।