समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिक शालाओं में स्मार्ट क्लास संचालित होने से शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। बच्चे खुशनुमा वातावरण में गीत, संगीत एवं मनोरंजक तरीके से पढ़ाई करेंगे तो उनके मन से गणित एवं अंग्रेजी विषय के प्रति भय दूर होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिक शालाओं में सहायक सामग्री के माध्यम से पढ़ाई से बच्चों की गणित एवं अंग्रेजी विषय के प्रति रुचि बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर पर बच्चों की सीखने के प्रति ललक एवं जिज्ञासा सबसे ज्यादा होती है। इस अवस्था में बच्चों को रुचिकर ढंग से सहायक सामग्री के माध्यम से पढ़ाने से विषय से संबंधित उनके ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि होगी।
राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत प्रदेश के 32 हजार प्राथमिक शालाओं में गणित किट एवं 3000 शालाओं में अंग्रेजी की सहायक सामग्री के किट प्रदान किए जा रहे हैं। इन विषयों में बच्चों को पढ़ाने शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों को गणित एवं अंग्रेजी का किट मिलने से प्राथमिक शालाओं में अध्ययन-अध्यापन में शिक्षकों को छात्रों से संवाद स्थापित करने में मदद मिली है और क्लास रूम में शिक्षक एवं छात्रों के बीच की दूरी कम हुई है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के आंगनबाड़ी में आने वाले नन्हे-मुन्ने बच्चों की पढ़ाई के लिए सहायक सामग्री तैयार करने के लिए संपर्क फाउंडेशन के अध्यक्ष विनीत नायर से आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी के बच्चों के प्री एजुकेशन के लिए सहायक सामग्री बना दिया जाए तो बच्चों के मन से स्कूल जाने का भय समाप्त हो जाएगा।