नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। सऊदी अरब की चार कंपनियों के करीब 7,700 भारतीय कर्मचारियों पर वित्तीय संकट की गाज गिरी है। इन्हें 20 शिविरों में रखा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
स्वरूप ने बताया कि रियाद की कंस्ट्रक्शन कंपनी सऊदी ओगेर के 4,072 श्रमिकों को 10 शिविरों में रखा गया है। इसमें से 9 रियाद में और एक दम्माम में है।
उन्होंने कहा कि दम्माम के साद समूह के 1,457 कर्मचारियों को दम्माम के दो शिविरों में रखा गया है। शिफा सनाया, रियाद के पांच कर्मचारियों को एक कैंप में और तैया कॉन्ट्रैक्टिंग, रियाद के 13 कर्मचारियों को एक कैंप में रखा गया है।
स्वरूप ने कहा, “इसके अलावा सऊदी ओगेर से जुड़े 2,153 भारतीय कर्मचारियों को जेद्दा के 6 शिविरों में रखा गया है और उन सभी को भारतीय वाणिज्य दूतावास की ओर भोजन मुहैया कराया जा रहा है। इस तरह कुल मिलाकर 7,700 भारतीय प्रभावित हैं, जिन्हें 20 शिविरों में रखा गया है।”
रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने सोमवार को सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों की एक बैठक बुलाई। राजदूत ने उन्हें भारतीय कामगारों की समस्याओं से अवगत कराया और समुदाय के सहयोग की अपील की।
स्वरूप ने कहा, “दूतावास के दलों ने कल (सोमवार) 6 शिविरों का दौरा किया था।”
उन्होंने कहा कि हर कर्मचारी के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। इसमें कुल सेवा, बकाया वेतन, कंपनी छोड़ने या उसमें बने रहने की इच्छा या दूसरी कंपनी में स्थानांतरण आदि को अलग-अलग एकत्र किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विदेश राज्यमंत्री वी. के. सिंह मंगलवार रात को दुबई के रास्ते जेद्दा के लिए रवाना होंगे।
स्वरूप ने कहा, “उनका जमीनी आकलन कार्रवाई की भावी दिशा तय करेगा।”