भारत में मां बगलामुखी के तीन ही प्रमुख ऐतिहासिक मंदिर हैं, जो क्रमशः दतिया (मध्यप्रदेश), कांगड़ा (हिमाचल) तथा नलखेड़ा (मध्यप्रदेश) में हैं. तीन मुखों वाली त्रिशक्ति माता बगलामुखी का एक मंदिर आगरमालवा जिला में नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे है. मां बगलामुखी रावण की ईष्टदेवी हैं
सिद्धपीठ माँ बगलामुखी मंदिर को संवारने के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये का प्रावधान हो गया है, जिसके लिए टूरिज्म विभाग की टीम ने माँ बगलामुखी मंदिर की पुरानी विरासत को खंगाला है.
देहरा के विधायक होशियार सिंह की अगुवाई में ईको टूरिज्म विभाग के एक्सीयन देवेंद्र चौहान, आर्किटेक्ट सुशील शर्मा, एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर, डीएफओ देहरा राजकुमार डोगरा ने निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की और यथास्थिति को कैमरे में भी कैद किया. अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि साढ़े तीन करोड़ रुपये से मंदिर का कायाकल्प हो जाएगा, जिसमें मंदिर में हवन कुंड, सफाई व्यवस्था, धर्मशाला, पार्किंग, रेन शेल्टर, पार्क, शनानागार, शौचालय, फाउंटेन लगाने का प्रावधान है.