ढाका, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के 2 टीयर टेस्ट योजना को ठंडे बस्ते में डालने के फैसले से बांग्लादेश राहत में है।
आईसीसी ने दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली के प्रस्ताव को थोड़े समय के लिए नजरअंदाज कर दिया है और इस पर बांग्लादेश को खुशी है कि इससे उसके टेस्ट क्रिकेट का भविष्य अनिश्चित की ओर नहीं जाएगा।
वेबसाइट ‘बीडीन्यूज डॉट कॉम’ की रिपोर्ट्स के अनुसार, खेल की शासी निकाय ने आईसीसी की बुधवार को दुबई में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीलंका, भारत, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे ने उस प्रस्ताव का विरोध किया था, जिसे आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के क्रिकेट बोर्ड की ओर से समर्थन मिला था।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने उस प्रस्ताव का विरोध करने के लिए कदम उठाया, जिसमें यह सुझाव दिया गया था कि द्वी-स्तरीय श्रेणियों की टीमों में पहले स्तर में सात टीमें और दूसरे स्तर में पांच टीमें होनी चाहिए। इसके साथ ही दोनों स्तरों की टीमों के बीच संवर्धन और निर्वासन को भी माना जाना चाहिए।
आईसीसी के फैसले पर बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा, “यह सच में एक अच्छी खबर है। हम समझ रहे थे कि द्वी-स्तरीय टेस्ट योजना का प्रस्ताव सही नहीं है और इसलिए, हमने शुरुआत से ही इसका विरोध किया। आईलीली की घोषणा से लग रहा है कि देश के टेस्ट क्रिकेट का भविष्य अनिश्चित की ओर नहीं जाएगा।”
हसन का मानना है कि बीसीसीआई का इस प्रस्ताव के खिलाफ खड़े होना इसके खारिज होने के पीछे का मुख्य कारण था।