अहमदाबाद (गुजरात)। मोरबी झूला पुल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 141 हो गई। अभी दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। हादसे में राजकोट के सांसद मोहन कुंडारिया की बहन के परिवार के 12 सदस्यों की मौत हो गई। सांसद कुंडारिया पूरी रात घटनास्थल पर मौजूद रहकर राहत और बचाव कार्य में जुटे रहे। राजकोट रेंज के आईजी अशोक यादव ने 141 लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सांसद मोहन कुंडारिया की बहन की जेठानी के परिवार के लोग, चार बेटी, चार दामाद और संतान की मौत हुई है। एक ही परिवार के 12 सदस्यों की मौत हुई है। मोरबी में झूला पुल के टूटने के बाद सोमवार सुबह तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। एनडीआरएफ और दमकल टीम नदी में शवों को ढूढ़ने में जुटी रही। नेवी और एयरफोर्स की टीम भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रही। नदी में कीचड़ होने से शवों को ढूढ़ने में मुश्किल का सामना करना पड़ा। पूरी कार्रवाई के लिए नदी के पानी के जलस्तर को भी कम किया गया।मोरबी नगर पालिका ने हैंगिंग ब्रिज (झूला पुल) को करीब 6 महीने तक रेनोवेशन के बाद गुजराती नए वर्ष पर 26 अक्टूबर को आम लोगों के लिए खोला था। इसके देखरेख की जिम्मेदारी ओरेवा कंपनी को दी गई थी। इस कंपनी के एमडी जयसुख पटेल की उपस्थिति में इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। हालांकि कंपनी की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने मजबूत केबल और स्टील का उपयोग कर इसका रेनोवेशन किया था।
मोरबी नगर पालिका ने हादसे का पूरा ठीकरा ओरेवा कंपनी पर फोड़ा है। फिटनेश सर्टिफिकेट के संबंध में नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला कह चुके हैं कि उनकी मंजूरी के बगैर ब्रिज शुरू किया गया। नगर पालिका को किसी तरह का फिटनेश सर्टिफिकेट नहीं दिया गया।