
सफल होने पर इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू करने की योजना है। यह प्रयोग उपद्रव करने वाली भीड़ और जनता के साथ बदसलूकी और रिश्वत लेने वाले पुलिसकर्मियों पर नकेल कसने में काफी मददगार साबित होगा। जानकारी के अनुसार, राजधानी पुलिस के चुनिंदा पुलिस अधिकारियों क नए हेलमेट मुहैया कराए गए हैं। इसमें माउंटेड नाम का कैमरा हैलमेट के अंदर लगा है। बताया गया है कि इस कैमरे में सात दिन की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है। यह कैमरा हाइटेक तकनीक से बनाया गया है। कैमरा पुलिस कंट्रोल में बनाए गए सर्विलेंस सेंटर से जुड़ा हुआ है। कैमरे में छेड़छाड़ करने पर इसकी हलचल सर्विलेंस में साफ-साफ देखी जा सकती है।
16 जीबी का मैमोरी कार्ड
पुलिसकर्मियों के सिर पर लगने वाला कैमरा आंख के अनुसार कर करेगा। हैलमेट पहनने वाले जिस दिशा में अपनी आंख घुमाएंगे, उसी दिशा में कैमरा घूम जाएगा। कैमरा पांच मेगा पिक्सल और उसमें लगने
वाला मैमोरी कार्ड 16 जीबी की बनाई गई है। कैमरा जवानों के बाएं हिस्से की आंख के बगल में लगाए गए हैं। हैलमेट के अंदर एक चार्जर सहित इलेक्ट्रॉनिक सामान उपलब्ध कराया गया है।
वर्दी में लगाया जा सकता है कैमरा
जिन पुलिस कर्मियों को हेलमेट लगाने में दिक्कत है, वे इस हेलमेट में लगे कैमरे को अपनी वर्दी में भी लगा सकते हैं। वे इसका प्रयोग कॉलर में लगाकर कर सकते हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों को भी यह कैमरा उपलब्ध कराया गया है। सात दिन बाद कैमरे में लगाए जाने वाले मैमोरी कार्ड को निकाल कर सर्विलेंस रूम में लगे सिस्टम में लगाया जाएगा और उसकी वीडियो रिकार्डिंग स्टोर कर दी जाया करेगी। महत्वपूर्ण रिकार्डिंग को सिस्टम में सुरक्षित रखा जाएगा। राजधानी के संवेदनशील चौराहों पर तैनात मैदानी अमले को को यह हैलमेट आवंटित कर दिए गए हैं। इसके लिए हैलमेट पहनने वालों को एक घंटे की ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रयोग के तौर पर अभी 40 कैमरे बुलाए गए हैं।