काठमांडू, 3 मई (आईएएनएस)| एक सप्ताह पूर्व आए विनाशकारी भूकंप की तबाही झेल रहे नेपाल में अब तक 7,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन इस बीच कई जिंदगियों ने मौत को करीब से मात दी।
ऐसे ही एक 105 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को प्रलयंकारी भूकंप आने के आठ दिन बाद रविवार को जीवित बचा लिया गया।
सिंधुपाल चौक जिले में रविवार को एक ही परिवार के तीन सदस्यों को जीवित बचा लिया गया, वहीं नुवाकोट जिले के किमटांग-8 में 105 वर्षीय फांचू गाले 25 अप्रैल को आए भूकंप में ढह गए अपने मकान के मलबे से जीवित निकाल लिए गए।
फांचू को नेपाली सेना और जापानी राहत एवं बचाव दल ने संयुक्त अभियान में जीवित बचा लिया।
बचावकर्मियों के अनुसार फांचू को मामूली चोटें आई हैं तथा वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। फांचू को नेपाली सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए त्रिशूल जिले में उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
इस बीच सशस्त्र पुलिस बल के एक दल ने रविवार को ही सिंधुपालचौक जिले में अपने मकान के मलबे में दबे एक ही परिवार के तीन सदस्यों- 25 वर्षीया कंचन खत्री, 36 वर्षीया ज्ञान कुमारी और 60 वर्षीया धन कुमारी- को जीवित बचा लिया।
तीनों को उनके-उनके बिस्तरों के नीचे से निकाला गया और जिला मुख्यालय चौतरा में अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारियों ने बताया कि पिछले आठ दिनों की भयावह स्थिति के बाद सदमे में होने के कारण तीनों बोलने की स्थिति में नहीं हैं।
सुरखेत जिले के सौली गांव में राहत एवं बचाव कार्य में लगे सेना एवं सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को पता चला कि कुछ लोग मलबे में दबे हुए हैं और उन्हें बचाया जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि राहत एवं बचाव कर्मी उन्हें जीवित निकालने में जुट गए हैं।