हैदराबाद, 23 जनवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना सरकार ने शुक्रवार को अपने इनक्यूबेशन केंद्र का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। राज्य सरकार ने इसे देश का सबसे बड़ा इनक्यूबेशन केंद्र (टी-हब) बनाने का वादा किया है।
तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.तारकरामा राव ने यहां गाचीबाउली स्थित अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) में इस केंद्र की आधारशिला रखी।
इस टी-हब का निर्माण आईआईआईटी हैदराबाद, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) तथा नलसार विधि विश्वविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है।
इसके पहले चरण का निर्माण आईआईआईटी में हो रहा है, जो 60 हजार वर्गमीटर में फैला होगा।
दूसरे चरण का निर्माण 2017 के बाद शुरू होगा। इस केंद्र का परिसर तीन लाख वर्गफुट में फैला होगा। इसकी अनुमानित लागत राशि 200 करोड़ रुपये होगी।
मंत्री ने कहा कि इन्क्यूबेशन केंद्र की कुल निधि 2017 तक 300 करोड़ रुपये होगी और अगले तीन सालों में दोगुनी हो जाएगी।
इस केंद्र द्वारा 2017 तक सालाना तीन हजार रोजगार, जबकि 2020 तक 10 हजार रोजगारों का सृजन होगा।
मंत्री ने कहा कि आईएसबी व्यापार संबंधी परामर्श, आईआईआईटी प्रौद्योगिकी परामर्श, जबकि नलसार बौद्धिक संपदा तथा संबंधित क्षेत्रों में मदद करेगी।
मंत्री ने कहा कि इस इनक्यूबेशन केंद्र का निर्माण तेलंगाना को देश का बेहतरीन प्रौद्योगिकी निवेश गंतव्य बनाने को लेकर की गई पहलों में से एक है।
यह इनक्यूबेशन केंद्र हैदराबाद में प्रौद्योगिक गतिविधियों के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मंच का काम करेगा और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा, परामर्श तथा वित्तीय मदद प्रदान करने का काम करेगा।