धर्मशाला, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश ने एक अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद पांच रोगियों के संक्रमण का शिकार होने के मामले की जांच का आदेश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दो रोगियों को इलाज के लिए चंडीगढ़ स्थित पीजीआई भेजा गया है।
कौल ने एक बयान में कहा, “उनकी (पांचों रोगियों) हालत में सुधार हो सकता है या उनकी आंखों की रोशनी जा भी सकती है।”
बयान के मुताबिक, कौल सिंह ने विधानसभा को सूचित किया कि 14 दिसंबर को टांडा के राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में 65 से 73 वर्ष की उम्र के इन रोगियों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था।
उन्होंने कहा कि सर्जिकल डाई ट्राइपैन, ऑपरेशन के बाद हुए संक्रमण का कारण हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है।
मंत्री ने कहा कि अगर सर्जरी में इस्तेमाल हुई डाई के नमूनों में खराबी पाई गई तो दोषी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कौल सिंह ने कहा, “अगर डॉक्टरों की ओर से लापरवाही पाई गई, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”