शिमला, 5 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश ने बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब पर राज्य के धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में आईपीएल के मैच खेलने पर लगे मनोरंजन कर में आंशिक कटौती करने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने मई, 2011 में किंग्स इलेवन द्वारा धर्मशाला स्टेडियम में खेले गए तीन मैचों के लिए 90 फीसदी मनोरंजन कर वापस लेने का निर्णय किया।
उल्लेखनीय है कि एपीसीए के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद हैं और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव भी हैं।
किंग्स इलेवन के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा कि राज्य सरकार ने 2011 में धर्मशाला स्टेडियम में मैच खेलने वाली टीमों पर 100 फीसदी मनोरंजन कर लगाने का निर्णय किया था।
उन्होंने कहा, “सरकार ने 2011 में 100 फीसदी मनोरंजन कर लगाने का निर्णय लिया था, हालांकि इसके लिए कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई थी। सरकार ने 2012 में एक अधिसूचना जारी की और 10 फीसदी मनोरंजन कर लगाया। इसलिए हमने 2011 के फैसले को चुनौती दी।”
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कर में कटौती किए जाने के बाद अब किंग्स इलेवन पर 20 लाख रुपये की देनदारी रह गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में 2011 से पहले क्रिकेट मैचों पर कोई मनोरंजन कर नहीं था।