नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। हिंदी के प्रख्यात कवि एवं आलोचक डॉ. अशोक वाजपेयी ने बुधवार को कहा कि हमारे देश में हिंदी भाषा को लेकर लापरवाही फैल रही है, जिसे दूर करने में शिक्षकों के बहुत बड़े योगदान की जरूरत है।
हिंदी दिवस के अवसर पर मधुबन एजुकेशनल बुक्स द्वारा हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन का विषय था -‘हिंदी हैं हम’। आयोजन के मुख्य वक्ता अशोक वाजपेयी थे।
कार्यक्रम में ‘हिंदी अध्यापन-दशा और दिशा’ विषय पर परिचर्चा हुई, जिसमें अशोक वाजपेयी के अतिरिक्त प्रो. कृष्ण कुमार, प्रो. दिलीप सिंह, प्रो. रामजन्म शर्मा, प्रो. संध्या सिंह और डॉ. प्रदीप कुमार जैन ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय स्तर पर विशिष्ट योगदान के लिए चयनित 76 शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित किए गए शिक्षकों में दिल्ली के जी. डी. गोयनका से मनीषा अबरोल, दिल्ली पब्लिक स्कूल से मनीष जैन, मॉडर्न स्कूल से मीनाक्षी अग्रवाल, एमिटी स्कूल नोएडा से अजय कुमार शर्मा, दिल्ली पब्लिक स्कूल न्यूटाउन कोलकाता से अंजना बाही, ओएसिस स्कूल ऑफ एक्सीलेंस हैदराबाद से गुरुशरण कौर, दी कैथ्रेडल एंड जोंन केनन स्कूल मुम्बई से कल्पना बी. शर्मा, दिल्ली पब्लिक स्कूल से सुनीता तिवारी, ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल अलीगढ़ से चंद्रशेखर शर्मा, नेशनल पब्लिक स्कूल बेंगलुरू से माधवी वेंकटराम तथा डी. सी मॉडल स्कूल फरीदकोट से नितिन सागर को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में कवि सम्मलेन आयोजित किया गया, जिसमें हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा सहित अरुण जैमिनी, महेंद्र अनजानी तथा अन्य कवियों ने अपनी कविताओं से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।