उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर भाजपा के सांसदों और विधायकों की मीटिंग औचित्यहीन है। ये विमान पत्तन अधिनियम के नियमों का खुला उल्लंघन है, क्योंकि विवेकानंद हवाईअड्डा शासकीय परिसर है। वहां पर किसी भी तरह की मीटिंग या दलीय चर्चा आयोजित करना कदापि उपयुक्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का इतिहास रहा है कि स्वार्थ सिद्ध करने के लिए वह किसी भी स्तर तक जा सकती है। भाजपा जनता को दिग्भ्रमित करने और हर हथकंडा अपनाकर वोट बटोरने का कोई मौका हाथ से जाने नहीं देती है।
हवाईअड्डे पर भाजपाइयों से महज दो घंटे की मुलाकात की तैयारी में प्रदेश सरकार ने करोड़ों का खर्च किया। अमित शाह दो घंटों में हवाई अड्डे पर जो कुछ हिदायत देने वाले हैं, उसे वह दूरभाष पर भी कहकर पैसों का दुरुपयोग रोक सकते हैं। वे छत्तीसगढ़ पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ से राज्य को बचा सकते हैं।
जोगी ने कहा कि ईश्वर भाजपा, अमित शाह और डॉ. रमन सिंह को सदबुद्धि दे, ताकि इस आयोजन में होने वाली फिजूलखर्ची से बचा जा सके। इतिहास साक्षी है कि आज तक देश के किसी भी दल ने हवाईअड्डे पर स्थित लाउंज में दलीय बैठक का आयोजन नहीं किया है।