रोहतक, 20 फरवरी (आईएएनएस)। हरियाणा में जाट आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया है और शनिवार को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आठ जिलों- रोहतक, भिवानी, झज्जर, सोनीपत, हिसार, पानीपत, जिंद और कैथल में सेना के जवानों की तैनाती की गई है।
जाट समुदाय के आंदोलन का सबसे अधिक असर रोहतक जिले में देखा जा रहा है। यहां सेना की तैनाती हेलीकॉप्टरों के जरिये की गई है, क्योंकि आंदोलनकारियों ने सेना के जवानों के प्रवेश से संबंधित सभी सड़क मार्गो को बंद कर दिया।
जाट समुदाय के लोग सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
शहर में शुक्रवार रात भी लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुई। अनियंत्रित भीड़ ने मॉल, दुकानों और अन्य इमारतों को निशाना बनाया और इनमें से कई को आग के हवाले कर दिया।
सड़कों पर नाकेबंदी के कारण सेना की तैनाती वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के जरिये की गई। वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने कई खेप में जवानों को रोहतक के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “करीब 20-30 जवानों को हेलीकॉप्टरों से रोहतक लाया गया है। उन्हें उन इलाकों में तैनात किया जाएगा, जहां जाट प्रदर्शनकारियों का सर्वाधिक प्रभाव है।”
रोहतक में प्रशासन ने सेना के फ्लैग मार्च को देखते हुए लोगों को सुबह 9.30 बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है।
सेना ने भिवानी में फ्लैग मार्च किया। अधिकारियों के अनुसार, यहां स्थिति नियंत्रण में है।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली से 50 किलोमीटर दूर सोनीपत में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 (एनएच-1) को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है। दिल्ली-अंबाला रेवले ट्रैक भी शुक्रवार शाम से ही बंद है। रेलवे अधिकारियों द्वारा कई ट्रेनों को रद्द किए जाने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक सप्ताह पहले शुरू हुए इस आंदोलन के कारण करीब 550 ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं या फिर उनके मार्गो में बदलाव कर दिया गया।
एक सप्ताह पहले शुरू हुए आंदोलन ने शुक्रवार को और भी उग्र रूप ले लिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और सुरक्षा बल के जवानों सहित 10 से अधिक लोग घायल हो गए।
भीड़ ने रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के कार्यालय पर भी हमला किया और वित्त मंत्री अभिमन्यु के घर में भी आग लगा दी।
जाट नेता हावा सिंह सांगवान का कहना है कि युवाओं ने आंदोलन को अपने हाथों में ले लिया है।
सांगवान ने कहा, “उनका कोई कथित नेता नहीं है और इसीलिए, हिंसा हो रही है। कुछ शरारती तत्वों ने भीड़ में घुसपैठ की है।”
अधिकारियों ने आंदोलन से प्रभावित कई जिलों में इंटरनेट और एसएमएस सेवा भी बंद कर दी है।