गुवाहाटी, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। असम के वन मंत्री अटुवा मुंडा ने विश्व विरासत में शामिल एक सिंग वाले गैंडो के लिए प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में कंधे में झूलते हथियार के साथ घुस गए। मंत्री ने इस तरह से पार्क में प्रवेश कर वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन किया है।
गुवाहाटी, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। असम के वन मंत्री अटुवा मुंडा ने विश्व विरासत में शामिल एक सिंग वाले गैंडो के लिए प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में कंधे में झूलते हथियार के साथ घुस गए। मंत्री ने इस तरह से पार्क में प्रवेश कर वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन किया है।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुंडा शुक्रवार सुबह 10 बजे के आसपास पार्क में गए। मंत्री के साथ असम पुलिस द्वारा मुहैया कराए गए उनके निजी अंगरक्षक के अलावा वन रक्षकों का सुरक्षा घेरा भी था।
मंत्री के इस कार्य की संरक्षण और वन्यजीव प्रेमियों ने कड़ी आलोचना की है।
वन्यजीव एनजीओ नेचर्स बेकॉन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि मंत्री न केवल गैंडों को संरक्षण देने में विफल रहे, बल्कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधान का सम्मान करने में भी विफल रहे।
नेचर्स एनजीओ के सौम्यदीप दत्ता ने कहा, “मंत्री का हथियार के साथ पार्क में जाना लोगों को प्रभावित करने की राजनीतिक चाल और अपनी विफलता (सरकार की) को छिपाने का प्रयास है।”
पार्क के निदेशक एम. के. यादव ने हालांकि कहा कि पार्क में हथियार के साथ प्रवेश कर मंत्री ने वन्यजीव कानून का उल्लंघन नहीं किया। उन्होंने कहा, “मैं अपने वरिष्ठों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है।”
टिप्पणी के लिए वन मंत्री से संपर्क नहीं हो सका।
पार्क के अधिकारियों में कुछ ने हालांकि कहा कि मंत्री ने अधिनियम के तहत दिए गए निर्देश का उल्लंघन किया है।