सिडनी, 9 फरवरी (आईएएनएस)। श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने सोमवार को कहा कि 14 फरवरी से शुरू हो रहे आईसीसी विश्व कप 2015 के दौरान स्पिन गेंदबाजों को आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की पिचों से ज्यादा सहायता नहीं मिलेगी।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वेबसाइट के लिए लिखे लेख में मुरलीधरन ने कहा, “मेरा अनुभव कहता है कि आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की पिचों में काफी अंतर है फिर भी इन दोनों जगहों में से कहीं भी स्पिन गेंदबाजों को खास सहायता नहीं मिलेगी।”
मुरलीधरन ने अनुसार इसका मतलब यह नहीं निकाला जाना चाहिए कि स्पिन गेंदबाजों एकदम बेअसर साबित होंगे हालांकि उन्हें जरूर कड़ी मेहनत करनी होगी।
मुरलीधरन ने 1992 के विश्व कप का भी उदाहरण दिया जब पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों में से एक रहे।
मुरलीधरन के अनुसार आस्ट्रेलिया के बड़े मैदान भी स्पिन गेंदबाजों के लिए फायदेमंद साबित होंगे जहां कैच के ज्यादा मौके पैदा हो सकते हैं। उन्होंने हालांकि साथ ही 30 गज के बाहर केवल चार खिलाड़ियों के मौजूद रहने के नियम का हवाला देते हुए यह भी कहा कि इससे उन कैचों को विकेट में बदलना मुश्किल होगा।