लंदन, 29 जनवरी (आईएएनएस)। स्तनपान से न सिर्फ मां और बच्चे की सेहत सुधरती है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है। यह जानकारी एक शोध से सामने आई है।
शोधकर्ताओं के अनुसार स्तनपान एक सशक्त व महत्वपूर्ण खोज है जिससे मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को फायदा होता है।
इस शोध से पता चला कि इससे न सिर्फ बच्चे का विकास बेहतर होता है, बल्कि व्यक्ति, परिवार और देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होता है।
स्तनपान से हर साल 20,000 स्तन कैंसर से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। साथ ही हर साल स्तनपान कराकर 8 लाख 20 हजार बच्चों की मौत को भी रोका जा सकता है। इन बच्चों में 13 फीसदी 5 साल से कम उम्र में ही मौत के शिकार हो जाते हैं।
ब्राजील के पेलोटा की फेडरल विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सेसर विक्टोरिया का कहना है कि स्तनपान को बढ़ावा देना विकसित और गरीब दोनों ही तरह के देशों के लिए फायदेमंद है। यह हमारे नवीनतम शोध से साबित होता है।
यह शोध लेसेंट पत्रिका के स्तनपान सीरीज में प्रकाशित किया गया है। इसमें कहा गया है जो बच्चे स्तनपान करते हैं वे आगे जाकर पढ़ाई में अच्छे होते हैं, उनकी दीर्घकालिक आय बेहतर होती है, उनकी उत्पादक क्षमता में वृद्धि होती है।
इसके अलावा स्तनपान से बच्चों को डायरिया समेत अन्य संक्रमण के बाद इलाज में होनेवाले खर्चो में बचत की जा सकती है। इससे मां में भी स्तन कैंसर और गर्भाशय का कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है।
दुनिया भर में 35.7 फीसदी माताएं स्तनपान करवाती हैं। जबकि सभी बच्चों को स्तनपान करवाने की सलाह दी जाती है। खासतौर से जन्म से लेकर 6 महीने तक शिशुओं को स्तनपान जरूर करवाना चाहिए।