हेलसिंकी, 15 जनवरी (आईएएनएस)। फिनलैंड के वैज्ञानिकों का मानना है कि अक्षय ऊर्जा स्रोत जैसे सौर एवं पवन ऊर्जा आगामी 10 वर्षो में एशिया के उपभोक्ताओं के लिए सबसे सस्ते ऊर्जा स्रोत होंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के अनुसार, लापिंरांटा यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में फिनिश टेक्निकल रिसर्च सेंटर (वीटीटी) तथा यूनिवर्सिटी ऑफ टुर्कू की संयुक्त परियोजना के तहत चीन, दक्षिण कोरिया तथा जापान के लिए पूरी तरह अक्षय ऊर्जा पर आधारित एक व्यापक ऊर्जा प्रणाली का सफलतापूर्वक विकास कर लिया है।
इस परियोजना ने जापान में एक पुरस्कार भी जीता है।
वीटीटी के पासी वैनिक्का ने कहा कि दुनिया में ऊर्जा का एक प्रमुख उपभोक्ता चीन सौर तथा पवन ऊर्जा में सबसे बड़ा निवेशकर्ता हो गया है।
वैनिक्का ने कहा, “चीन में पवन व सौर ऊर्जा के महत्वपूर्ण स्रोत मौजूद हैं, इसलिए अक्षय ऊर्जा पर आधारित एक ऊर्जा नेटवर्क में बेहद कम समय में मुनाफा कमाने की क्षमता है।”
परियोजना में भाग लेने वाले शोधकर्ताओं ने भविष्यवाणी की है कि सौर बिजली की कीमतें आगामी 10-15 सालों में आधी हो जाएंगी, जिससे संबंधित उद्योग और ज्यादा मुनाफे वाला हो जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।