नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। आयकर विभाग ने एक नए खुलासे में सोमवार को कहा कि उसने अप्रैल के शुरू में एक प्रमुख सौर ऊर्जा कंपनी पर छापे की कार्रवाई की थी, जिसमें 1,350 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी पकड़ी गई।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि यह सौर ऊर्जा कंपनी एक समूह से संबंधित है, जिस पर 7 अप्रैल को आयकर महानिदेशालय के दिल्ली इकाई ने छापेमारी की थी।
आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सहयोगी और अन्य पर कर चोरी और हवाला लेनदेन के आरोपों में छापेमारी की थी। ये छापे देश भर में 52 स्थानों पर मारे गए थे, जिसमें 300 अधिकारी शामिल हुए थे।
इस मामले में, जांच इकाई ने ‘विश्वसनीय जानकारी के आधार पर’ कई स्थानों पर लगाया तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था, जिसमें एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में कई ठिकाने शामिल है।
प्रमुख सौर कंपनी पर आईटी के छापों में छद्म कंपनियों का उपयोग कर 370 करोड़ रुपये ठिकाने लगाने की जानकारी मिली।
सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, “330 करोड़ रुपये की रकम फर्जी बिल बनाकर हवाला ऑपरेटरों द्वारा डॉलर के रूप में ठिकाने लगा दिए गए।”