भोपाल : मध्यप्रदेश में शासकीय योजनाओं के प्रचार–प्रसार और संचालित कार्यक्रमों की जानकारी नागरिकों तक पहुँचाने में सूचना प्रौद्योगिकी साधनों का प्रयास बढ़ रहा है। शासकीय विभाग इन साधनों का निरंतर उपयोग कर रहे हैं। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने भी विभागीय वेबसाइट http://www.health@mp.gov.in/ के साथ ही सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ा दिया है।
टीम हेल्थ पेज
फेस बुक पर विशेष पृष्ठ टीम हेल्थ से दस हजार से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। इस पेज पर विभाग के प्रमुख सचिव स्वयं संवाद स्थापित करते हैं। अनेक गंभीर रोगियों की जानकारी पेज पर आने के बाद उन्हें संबंधित अस्पताल में रेफर करने का परामर्श भी दिया जाता है। ग्राम स्तर तक कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी इस पेज पर अपने विचार, सुझाव और समस्या से अवगत करवाते हैं। यह पेज जनवरी माह में शुरू हुआ था। गत पाँच माह से इससे निरंतर प्रतिदिन 50 से 75 तक सदस्य जुड़ते जा रहे हैं।
सीयूजी सिम
स्वास्थ्य विभाग ने गाँवों में मैदानी अधिकारी को बी.एस.एन.एल.की सीयूजी सिम दी है। क्लोज यूजर ग्रुप से जुड़कर विभाग के अधिकारियों से सीधा संपर्क संभव बनाया गया है। राज्य, संभाग, जिला एवं ब्लाक मुख्यालय पर 12 सॉफ्टवेयर और स्काइप के जरिए साप्ताहिक समीक्षा की जाती है। आकलन के बाद कमियों को दूर किया जाता है।
आय.डी.एस.पी.कंट्रोल रुम
प्रत्येक जिले में मौसमजनित रोग की समीक्षा भी हो रही है। इसके लिए आय.डी.एस.पी.योजना में पृथक वेबसाइट संचालित है। इससे बीमारियों के पूर्वानुमान की जानकारी भी मिल जाती है और उसके अनुरूप मैदानी अमला रोकथाम के आवश्यक प्रयास करता है। हर जिले में जननी सुरक्षा योजना में कॉल सेंटर हैं जो जिला नियंत्रण कक्ष के रुप में संचालित है। गाँव की आशा कार्यकर्ता और जिले के स्वास्थ्य अमले के संपर्क की व्यवस्था की गई है। केंद्र को सीयूजी सिम से संबद्ध किया गया है। स्काइप से जुड़े अधिकारी कान्फ्रेंस कॉल के माध्यम से जानकारी का आदान–प्रदान करते हैं।
खत्म हुआ बैठकों का दौर
स्वास्थ्य विभाग में हर स्तर पर साप्ताहिक और मासिक बैठक खत्म कर दी गई है। अब सर्वेक्षण आदि भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से हो रहा है। किए गए कार्यों का सत्यापन राज्य स्तर पर निर्मित जिले के प्रभारी और एस.पी.एम.यू.(स्टेट प्रोग्राम मेनेजमेंट यूनिट) के माध्यम से किया जाता है। इस टीम के संभागीय प्रभारी,निदेशक स्तर के अधिकारी हैं। इसके अलावा संभाग में क्षेत्रीय संयुक्त संचालक प्रभारी हैं। जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्थायी सुपरविजन एवं ट्रेनिंग दल प्रभारी हैं। विकासखंड एवं सेक्टर स्तर पर गठित दल और अधिकारी सप्ताह में दो बार भ्रमण कर स्वास्थ्य कार्यक्रमों का जायजा लेते हैं। अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण और समीक्षा के प्रतिवेदन प्रमुख सचिव को नियमित रूप से भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
ई–मेल एकांउट्स
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीर कृष्ण ने विकासखंड अधिकारी, सेक्टर अधिकारी स्तर तक के सभी अधिकारी को क्रियाशील ई–मेल आईडी की जानकारी pshealth@mp.gov.in पर देने के निर्देश दिए हैं। अब तक जिनके ई–मेल आईडी नहीं हैं या क्रियाशील नहीं हैं उन्हें ई–मेल आईडी तत्काल क्रियेट कर 15 जून तक क्रियाशील करने के निर्देश दिए गए हैं।