कोलकाता, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। सेना मेडिकल कोर (एएमसी) का स्थापना दिवस समारोह रविवार को यहां कमान हॉस्पीटल में मनाया गया। एएमसी को सशस्त्र सेनाओं को चंगा करने वाला यानी ‘हीलर्स ऑफ द आर्म्ड फोर्सेज’ कहा जाता है।
कोलकाता, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। सेना मेडिकल कोर (एएमसी) का स्थापना दिवस समारोह रविवार को यहां कमान हॉस्पीटल में मनाया गया। एएमसी को सशस्त्र सेनाओं को चंगा करने वाला यानी ‘हीलर्स ऑफ द आर्म्ड फोर्सेज’ कहा जाता है।
पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी के नेतृत्व में इस हफ्ते समारोह शुरू हुआ था। इसमें एएमसी कर्मियों व उनके परिवार के लोगों व बच्चों के लिए खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।
सैन्य कर्मियों के हमेशा तंदुरुस्त रखने की मुख्य भूमिका निभाने के लिए समर्पित एएमसी की क्षमता करीब 13 हजार 200 चिकित्सक, दंत चिकित्सक और नर्सिग कर्मचारियों की है। इसके अलावा एएमसी के एक लाख से अधिक पैरा मेडिकल एवं सामान्य कर्मी पूरे देश में हैं।
द बंगाल प्रेसिडेंसी मेडिकल सर्विस भारत में तीन प्रेसिडेंसीज में पहला है। इसकी स्थापना 1 जनवरी 1764 में हुई थी। इंडियन आर्मी मेडिकल कोर (आईएएमसी) तीन अप्रैल 1943 को वजूद में आया। यह इंडियन मेडिकल सर्विस(आईएमएस), इंडियन मेडिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) और इंडियन हॉस्पीटल कोर (आईएचसी) को मिलाकर बना था।
स्वतंत्रता के बाद आईएएमसी का आर्मी मेडिकल कोर के रूप में नया नामकरण किया गया।