नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने ट्विटर खाते में अपनी प्रोफाइल सूचना से ‘भारतीय विदेश मंत्री’ क्या हटाया, सोशल मीडिया पर ऐसी अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह ललित मोदी प्रकरण के बाद इस्तीफे के बारे में सोच रही हैं। वहीं अब उन्होंने बुधवार दोपहर फिर अपने खाते में अपनी प्रोफाइल सूचना में ‘विदेश मंत्री’ जोड़ दिया।
सुषमा स्वराज ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के साथ उनका नाम जुड़ने के कुछ समय बाद अपने ट्विटर खाते से ‘विदेश मंत्री, भारत सरकार’ हटा दिया था। ललित पर वित्तीय अनियमितता के आरोप हैं।
विदेश मंत्री ने ब्रिटेन के यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने में ललित की मदद की बात स्वीकार की थी। ललित पर प्रवर्तन निदेशालय ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और उनसे भारत में पूछताछ की जानी है। वह 2010 से ब्रिटेन में रह रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सुषमा ने शायद इसलिए ट्विटर से अपना पद हटा दिया था, क्योंकि वह इसे निजी खाते के रूप में बरकरार रखना चाहती थीं, न कि आधिकारिक।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने ललित प्रकरण के बाद अपना पद हटा दिया था।
सुषमा ललित प्रकरण के बाद कई बयान ट्विटर पर दिए हैं, जिसमें उन्होंने एक मीडियाकर्मी की भी आलोचना की थी।
मंत्री होने के नाते वह आधिकारिक ट्विटर पर निजी बयान नहीं दे सकती थीं।
हालांकि, बुधवार दोपहर उन्होंने अपना पद अपने खाते से जोड़ दिया।
एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने लिखा, “अच्छा, ट्विटर पर फिर से सुषमा स्वराज विदेश मंत्री नियुक्त हो गईं।”
एक अन्य ने लिखा, “उन्होंने ट्विटर प्रोफाइल से विदेश मंत्री क्यों हटाया? क्या प्रधानमंत्री इस पद को संभालेंगे? क्योंकि विदेश यात्राएं तो वह कर ही रहे हैं, यह संभव भी है।”
सुषमा ने बुधवार सुबह एक अन्य ट्वीट में लिखा, “कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता कोयला घोटाले के आरोपी संतोष बगरोडिया को राजनयिक पासपोर्ट दिलाने का मुझ पर दबाव बना रहे थे। मैं संसद में उस नेता के नाम का खुलासा करूंगी।”
मंगलवार को उन्होंने ट्वीट किया, “मैं आज चर्चा के लिए तैयार हूं। मैंने अरुण जेटली से यह संदेश राज्यसभा में पहुंचाने को कहा। जेटली ने सदन को इसकी जानकारी दी। हम विपक्ष की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।”
सरकार ने विपक्ष के हंगामे के बीच सुषमा के इस्तीफे की मांग को अस्वीकार कर दिया है।