नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सफल किडनी प्रत्यारोपण किया गया। पूरी तरह से स्वस्थ होने में उन्हें अभी कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। एम्स के निदेशक एम.सी.मिश्रा ने यह जानकारी दी।
सर्जरी के दौरान, सुषमा को किसी गैर रिश्तेदार द्वारा दान की गई किडनी का प्रत्यारोपण किया गया।
इससे पहले, संभावना थी कि सुषमा को किडनी उनकी बेटी देंगी, लेकिन चिकित्सकों ने कहा कि चूंकि वह खुद मधुमेह व मोटापे से पीड़ित हैं, इसलिए उनकी किडनी नहीं ली जा सकती।
मिश्रा ने आईएएनएस से कहा, “सर्जरी सफल रही और किडनी दानकर्ता तथा प्राप्तकर्ता दोनों को ही होश आ गया है। सर्जरी के बाद की जाने वाली निगरानी के तहत दोनों को आईसीयू में रखा गया है।”
उन्होंने कहा कि प्रत्यारोपण की प्रक्रिया सुबह 9.00 बजे शुरू हुई और अपराह्न 2.30 बजे के आसपास खत्म हुई। दानकर्ता तथा प्राप्तकर्ता की सर्जरी करने में 90-90 मिनट का समय लगा।
सर्जरी में 50 डॉक्टरों की टीम ने हिस्सा लिया। एम.सी.मिश्रा के नेतृत्व में एम.मिंज, वी.के.बंसल तथा प्रीत मोहिंदर सिंह जैसे चिकित्सकों ने सर्जरी में हिस्सा लिया।
तीन घंटे तक चली यह सर्जरी एम्स के कार्डियोथोरेसिक न्यूरोसाइंसेज सेंटर में की गई।
इससे पहले, सुषमा की सर्जरी के लिए चिकित्सकों के एक दल का गठन किया गया था, जिसमें एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के प्रमुख निखिल टंडन, फेफड़ा रोग विभाग के प्रमुख रणदीप गुलेरिया, कार्डियोथोरेसिक विभाग तथा नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख संदीप महाजन भी शामिल थे।
बीते 16 नवंबर को सुषमा ने ट्वीट कर बताया था कि वह एम्स में भर्ती हैं, क्योंकि उनकी किडनी फेल हो गई है।