नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर (52) की मौत की पहेली एक वर्ष बाद भी अनसुलझी है। यहां के एक होटल के एक कमरे में वह मृत पाई गई थीं।
उनकी मौत से जुड़े असंख्य सवाल आज भी अनुत्तरित हैं और उनका नाम और उनकी तस्वीर अखबारों में व टेलीविजन पर चस्पां हो रही है। पुलिस नए साल का आगाज होने के दिन सिर्फ इतना ही बता पाई कि सुनंदा की हत्या हुई थी।
क्या थरूर और पुष्कर के बीच संबंध तनावपूर्ण थे? आखिर किन परिस्थितियों में सुनंदा ने आईपीएल में हिस्सा लेने जा रही थरूर के गृह राज्य केरल की कोच्चि टस्कर्स टीम के लिए 2010 में बोली लगाने वाली खेल प्रबंधन कंपनी में 7 करोड़ रुपये की भागीदारी खरीदी थी?
यह विवाद ऐसा था जिस कारण थरूर को पूर्व की मनमोहन सरकार से मानव संसाधन मंत्रालय के कनिष्ठ मंत्री पद को अलविदा कहना पड़ा। सुनंदा की मौत से दो दिन पहले ट्वीट की श्रंखला सामने आने के बाद यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर थरूर और पाकिस्तान की मेहर तरार के बीच कैसा संबंध था?
इस मामले को लेकर संदेह के घने बादलों का तेजी से घुमड़ते रहने और मीडिया की पक्षपाती खबरों में संलिप्तता, मामले के तीन महत्वपूर्ण गवाह – थरूर के सहायक आर. के. शर्मा, घरेलू नौकर नारायण सिंह, उनके मित्र संजय दीवान के भिन्न बयानों ने कई सवाल खड़े किए हैं जिनका उत्तर सामने नहीं आया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।