सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने सोमवार को कहा कि होम्स प्रांत में स्थित अल-जाजल तेल कुआं आईएस के कब्जे में जाने से पहले सरकारी सैनिकों और आईएस लड़ाकों के बीच घमासान लड़ाई हुई।
पर्यवेक्षक संस्था ने कहा है कि अल-जाजल सरकार के नियंत्रण में अंतिम तेल कुआं था।
सरकार दीर अल-जौर में तेल और गैस कुएं पहले ही गंवा चुकी है। उत्तरी सीरिया में कुर्द आतंकवादियों ने देश के सबसे बड़े रामैलान तेल कुएं पर नियंत्रण कर लिया है।
संस्था ने कहा है कि तेल कुएं के पास अभी भी संघर्ष जारी है।
सीरिया की अर्थव्यवस्था में तेल कुएं एक स्तम्भ रहे हैं, जिनसे लगभग 380,000 बैरल तेल का दैनिक उत्पादन होता रहा है। प्रतिदिन 130,000 बैरल तेल का निर्यात किसी समय कुल निर्यात का 45 फीसदी हिस्सा होता था।
लेकिन तीन वर्षो से अधिक समय पहले देश में शुरू हुए संकट के बाद यह सब बीते दिनों की कहानी हो गई है।