हैदराबाद, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नए महासचिव सीताराम येचुरी दशकों से पार्टी का प्रमुख चेहरा रहे हैं।
हैदराबाद, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नए महासचिव सीताराम येचुरी दशकों से पार्टी का प्रमुख चेहरा रहे हैं।
सौम्य और विनम्र स्वभाव वाले येचुरी अपने छात्र जीवन से ही कम्युनिस्ट आंदोलन से जुड़े रहे हैं। उन्हें अब पार्टी के पुनर्निर्माण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अपने समर्थकों के बीच एसआरआई उपनाम से लोकप्रिय येचुरी एक जोशीले नेता और पार्टी का युवा चेहरा हैं। उन्हें पार्टी के अंदर और बाहर दोनों ही जगह लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के कौशल के लिए जाना जाता है।
मौजूदा समय में राज्यसभा सांसद येचुरी सन् 1984 से माकपा के सदस्य हैं और 1992 से ही पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य भी।
एक राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, लेखक और स्तंभकार के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले येचुरी को उनकी व्यवहार कुशलता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में बसे एक तेलुगू परिवार में 12 अगस्त 1952 को जन्मे येचुरी की स्कूली शिक्षा आंध्र प्रदेश में हुई।
सीबीएसई उच्च माध्यमिक परीक्षा में उन्हें प्रथम स्थान मिला था। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र विषय में स्नातक किया और फिर दिल्ली के ही जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से परास्नातक किया। उन्होंने पीएचडी की ओर भी कदम बढ़ाया, मगर अपातकाल के दौरान गिरफ्तारी के कारण शोधकार्य छूट गया।
उनके पिता एस.एस. येचुरी सड़क यातायात निगम में कार्यरत थे। येचुरी अपने छात्र जीवन से ही कम्युनिस्ट आंदोलन से प्रभावित थे। वह वर्ष 1974 में भारतीय छात्र संघ (एसएफआई) में शामिल हुए थे।
येचुरी वर्ष 1975 में आपातकाल का विरोध करने के लिए गिरफ्तार भी हुए थे। वह जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
सन् 1978 में वह एसएफआई के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव चुने गए और उसके बाद छात्र संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने।
सन् 1984 में माकपा की केंद्रीय समिति में उनको आमंत्रित किया गया।
येचुरी 2005 में पहली बार राज्यसभा सदस्य चुने गए। उन्होंने विभिन्न संसदीय समितियों के सदस्य के रूप में भी सेवाएं दी हैं। 2011 में वह फिर से राज्यसभा सदस्य चुने गए।
येचुरी ने किताबें भी लिखी हैं, जिनमें ‘लेफ्ट हैंड ड्राइव’, ‘व्हाट इज दिस हिंदू राष्ट्र’, ‘सोशलिज्म इन ट्वेंटीफर्स्ट सेंचुरी’, ‘कम्युनलिज्म वर्सेज सेक्युलरिज्म’ और ‘घृणा की राजनीति’ शामिल है।
येचुरी ने सीमा चिश्ती से विवाह किया है, जो पेशे से पत्रकार हैं। वह एक बेटी और दो बेटों के पिता हैं।
खेलों में रुचि रखने वाले येचुरी जेएनयू की लॉन टेनिस टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। लेखन, पाठन और संगीत सुनना उनके पसंदीदा शौक हैं।