नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शनकारी सर्वोच्च न्यायालय परिसर के बाहर एकत्र हुए।
शीर्ष अदालत के किसी भी न्यायाधीश ने अपने संबंधित न्यायालयों में सुनवाई शुरू नहीं की है, जो असामान्य है क्योंकि शीर्ष अदालत सुबह 10.30 बजे तक सत्र में थी।
उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय की एक पूर्व कनिष्ठ महिला कर्मचारी ने गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।