नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामले से जुड़ी याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय शुक्रवार को सुनवाई करेगा।
सीएबी ने अपनी याचिका में मुकुल मुद्गल समिति की जांच रिपोर्ट को लोढ़ा समिति को सौंपने की मांग की है।
लोढ़ा समिति इस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए बोर्ड के कामकाज में सुधार पर काम कर रही है।
गौरतलब है कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है।
न्यायमूर्ति टी. एस. ठाकुर, न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा और न्यायमूर्ति आर. बानूमती की पीठ ने सीएबी की याचिका पर सुनवाई के लिए शुक्रवार अपराह्न 2 बजे का समय निर्धारित किया है।
सीएबी चाहता है कि गड़बड़ी में संलिप्तता के आरोपी 13 खिलाड़ियों के नाम वाली लिफाफे में बंद रिपोर्ट सहित मुद्गल समिति की रिपोर्ट लोढ़ा समिति को सौंपी जाए।
सीएबी ने कहा कि इससे लोढ़ा समिति को बीसीसीआई के अंदर व्याप्त बीमारी की गंभीरता का पता लगाने में मदद करेगा।