नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) का पांचवां बजट पेश किया, जिसमें दिल्ली सरकार द्वारा 2019-2020 के लिए कुल 60,000 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है।
सिसोदिया ने अपने बजट भाषण में सैनिकों, पुलवामा हमले के शहीदों और उनके परिवारों को बजट समर्पित किया।
उन्होंने कहा, “बजट शहीदों, सैनिकों और उनके परिवारों के सपनों को पूरा करने और उनके कल्याण के लिए है।”
सिसोदिया ने कहा कि 2019-20 के लिए बजट का अनुमान 60,000 करोड़ रुपये है, जो 2014-15 के बजट से दोगुना है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर है, जो अपने स्वयं के 95 प्रतिशत संसाधन जुटाता है और किसी भी बाहरी वित्तीय सहायता पर निर्भर नहीं रहता है।”
2018-19 में दिल्ली का बजट 53,000 करोड़ रुपये और 2017-18 में 44,370 करोड़ रुपये का था।
वर्तमान प्रस्तावित बजट में शिक्षा को फिर से 26 प्रतिशत के साथ सबसे बड़ा हिस्सा मिला है।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार शुरू से ही अपने बजट का एक-चौथाई हिस्सा शिक्षा के लिए रखती आई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि 2019-20 में परिवहन क्षेत्र का हिस्सा दोगुना हो गया है।
सिसोदिया के अनुसार, “वित्त वर्ष 2019-20 में सार्वजनिक परिवहन की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए 1,807 करोड़ रुपये रखे गए हैं, जो 2018-19 के संशोधित अनुमानों से लगभग दोगुना है।”
उन्होंने कहा कि बजट में स्वामीनाथन आयोग द्वारा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने की सिफारिशों को लागू करने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।