उज्जैन, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ में हरिद्वार के शंतिकुंज स्थित गायत्री परिवार ने शिविर लगाया है। यहां प्रतिदिन 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 1000 से अधिक याजक भागीदारी कर रहे हैं।
महायज्ञ में पथमेड़ा गऊशाला से लाया गया देशी गाय का घी तथा गायत्री तपोभूमि मथुरा से लाई गई जड़ी-बूटियों की हवन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
यज्ञ के साथ सभी संस्कार भी नि:शुल्क कराए जा रहे हैं। यह क्रम सिंहस्थ कुंभ के समापन तक निरंतर चलता रहेगा। इसके साथ ही गायत्री मंत्र दीक्षा भी प्रतिदिन दी जा रही है।
यज्ञ के अवसर पर मंगलवार को पं. परमानंद द्विवेदी ने कहा कि साधकों के साधना पथ पर बढ़ने के लिए यह जरूरी है कि वे स्वाद एवं विवाद से बचें। स्वाद से जहां स्वास्थ्य बिगड़ता है, वहीं विवाद तरह-तरह की झंझट पैदा करता है। दोनों ही जीभ के द्वारा होते हैं। इसलिए अपनी जीभ पर नियंत्रण रखना चाहिए।