न्यूयार्क, 21 फरवरी (आईएएनएस)। अब सामान्य रक्त परीक्षण से सक्रिय तपेदिक (टीबी) रोग की जांच की जा सकेगी। अमेरिकी शोधार्थियों के एक दल ने एक साधारण रक्त जांच का विकास किया है, जो टीबी की जांच कर सकता है। इस शोध दल में एक भारतवंशी वैज्ञानिक भी मौजूद है।
कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक जीन की पहचान की है, जो लेटेंट टीबी (इस अवस्था में व्यक्ति के शरीर में टीबी बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, लेकिन इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं, इसलिए व्यक्ति खुद को स्वस्थ महसूस करता है) अन्य रोग और सक्रिय टीबी रोगियों के बीच भेद कर सकता है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर पुर्वेष खत्री ने बताया, “यह जांच केवल निदान और उपचार के बारे में ही नहीं बताता, बल्कि विभिन्न उपचार के प्रभावों का अध्ययन भी करता है। इस जांच की नकारात्मक प्रतिक्रिया बेहद सटीक है, जो चिकित्सकीय जांच के दौरान उपचार के प्रभाव की निगरानी में विशेष रूप से मददगार होंगी।”
इस परीक्षण का नाम खत्री रखा गया है, यह सामान्य रक्त नमूने पर काम करता है। सामान्य टीबी जांच से अलग यह थूक के नमूने का इस्तेमाल नहीं करता।
अगर किसी व्यक्ति ने टीबी का टीका ले रखा है या उसे केवल लेटेंट टीबी की शिकायत है, तो यह परीक्षण सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं देता। बच्चों में यह परीक्षण 86 प्रतिशत संवेदनशील है और वयस्कों में प्रभावी रूप से कारगर है।
खत्री ने बताया, “कोई भी अस्पताल इस जांच को करने में सक्षम होना चाहिए। बिना बिजली वाले गांवों में साधारण रक्त नमूनों और एक सौर ऊर्जा संचालित पीसीआर मशीन का प्रयोग होता है।”