श्री माताजी निर्मला देवी सहज योग, नामक एक नये धार्मिक आंदोलन की संस्थापक रहीं। उनके स्वयं के बारे में दिये गये इस वकतव्य कि वो, आदि शक्ति का पूर्ण अवतार थी को 140 देशों में बसे उनके अनुयायी, मान्यता प्रदान करते हैं।
सहज योग माताजी निर्मला देवी के द्वारा संसार को दिया गया एक अनमोल वरदान है जो मानवमात्र के लिए है। इसमे धर्म/जाति/रंग/देश आदि का कोई बंधन या भेदभाव नहीं है। आज यह विश्व के 150 से अधिक देशों में फैला हुआ है और लाखों- करोड़ों लोगों का कल्याण कर रहा है।
सहजयोग में सबसे खास बात यह है की सहजयोग का उद्देश्य उद्धार करना है। इसके साथ- साथ सवरंगीण विकास सहजयोग करता है। इनका कहना है सहजयोगी की कभी भी अकाल मृत्यु तक नहीं होती है और वह सब भयों से हमेशा मुक्त और पूरी तरह सुरक्षित रहता है। निर्मला देवी का मानना था शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक , पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सबसे जरूरी आध्यात्मिक उत्थान हेतु सहज योग आवश्यक है।