नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को कहा कि समर्पित माल गलियारा परियोजना देश की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना है, जो रफ्तार पकड़ रही है।
संसद में वर्ष 2016-17 का रेल बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि माल गलियारों (फ्रेट कॉरिडोर) जैसे दिल्ली को चेन्नई से जोड़ने वाले उत्तर-दक्षिण, खड़गपुर से मुंबई को जोड़ने वाले पूर्व-पश्चिम और खड़गपुर से विजयवाड़ा को जोड़ने वाले पूर्वी तट गलियारों को शुरू करने का प्रस्ताव है।
रेल मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं को उच्च प्राथमिकता प्रदान किए जाने का प्रस्ताव है, ताकि सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) सहित अभिनव वित्त पोषण व्यवस्था के जरिए इन परियोजनाओं की रूपरेखा तैयार करने, ठेके देने और समयबद्ध तरीके से इनका क्रियान्वयन संभव हो सके।
चालू वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले सिविल इंजीनियरिंग निर्माण कार्यो से जुड़े लगभग सभी ठेके दिए जा चुके होंगे। प्रभु ने कहा कि उनके पदभार ग्रहण करने के बाद से लेकर अब तक 24,000 करोड़ रुपये लागत के ठेके दिए जा चुके हैं, जबकि पिछले 6 वर्षो में 13,000 करोड़ रुपये लागत के ठेके दिए गए थे।
मंत्री ने कहा कि माल यातायात व्यवसाय के तीव्र विस्तार पर विशेष बल को देखते हुए संवर्धित यातायात के लिए कई और समर्पित माल गलियारों का निर्माण आवश्यक है, जो अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए भी हितकारी साबित हों।