नई दिल्ली: भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई दो एफआईआर में बेहद संगीन आरोपों का जिक्र है.
इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट में बताया है कि एफआईआर में सिंह के खिलाफ ‘पेशेवर सहायता के बदले’ सेक्सुअल मांग के कम से कम दो मामले; यौन उत्पीड़न की कम से कम 15 घटनाएं, जिनमें गलत तरह से छूने की करीब दस घटनाएं, छेड़छाड़- जिसमें खिलाड़ियों के स्तनों को हाथ लगाना, नाभि को छूना शामिल है; डराने-धमकाने के कई उदाहरण जिनमें पीछा करना भी शामिल है- का जिक्र किया गया है.
ये एफआईआर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 354A (यौन उत्पीड़न), 354D (पीछा करना) और 34 (समान मकसद); और नाबालिग के पिता की शिकायत पर पॉक्सो धारा 10 के तहत दर्ज की गई हैं.
अख़बार के अनुसार, नाबालिग की शिकायत वाली एफआईआर में कहा गया है, ‘उसे कसकर पकड़ते हुए फोटो खिंचवाने के बहाने आरोपी (सिंह) ने उन्हें अपनी तरफ खींचा, कंधे को दबाया और फिर जानबूझकर अपना हाथ उनके स्तनों पर फेरा… खिलाड़ी ने आरोपी को साफ कहा कि उन्हें किसी भी तरह के शारीरिक संबंध में दिलचस्पी नहीं है और आरोपी को उनका पीछा करना बंद कर देना चाहिए…’
दूसरी एफआईआर में बालिग महिलाओं की शिकायत में भी उन्हें दबोचने, गलत तरह से स्पर्श करने और उनसे जबरदस्ती शारीरिक नजदीकी बनाने की कोशिश की कई घटनाएं दर्ज हैं. कई महिलाओं ने कहा है कि प्रैक्टिस के दौरान सांस लेने का पैटर्न जांचने के बहाने बृजभूषण उनकी छाती और पेट को छूता था.