अतर्रा (बांदा), 30 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को यहां अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा में कहा कि “सपा-बसपा का गठबंधन ‘महापरिवर्तन’ और विचारों का का गठबंधन है, और केन्द्र की सत्ता में आने पर यह गठबंधन गरीबों को न्याय दिलाने का काम करेगा।”
अखिलेश ने अपने भाषण की शुरुआत में ही ब्राह्मण वर्ग की दुखती रग में हाथ रखा और कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पता नहीं कौन-सी मिलावट की है कि उसने संसद में उत्कृष्ट उपस्थिति के लिए पहचाने जाने वाले अपने सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा का टिकट काट दिया।”
भाजपा नेताओं द्वारा सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को बार-बार ‘महामिलावटी’ कहे जाने पर अखिलेश ने कहा, “सपा-बसपा गठबंधन ‘महापरिवर्तन’ और विचारों का गठबंधन है। केन्द्र की सत्ता में आने के बाद यह गठबंधन उन गरीबों को न्याय देगा, जो न्याय से वंचित रह गए हैं। सपा और बसपा की सरकार में बुंदेलखंड का विकास हुआ है, लेकिन भाजपा सरकार ने तो विधवाओं और वृद्धों का पेंशन तक छीन लिया है।”
अखिलेश ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, “हमने छात्रों को लैपटॉप दिए, ताकि वे आधुनिक पढ़ाई कर सकें। लेकिन वर्तमान सरकार के मुखिया इसलिए लैपटॉप नहीं दे रहे, क्योंकि उन्हें खुद लैपटॉप चलाना नहीं आता है।”
उन्होंने कहा, “यहां का नौजवान रोजगार के अभाव में पलायन कर रहा है। जब हम सरकार में थे, तब शिक्षामित्रों, आंगनबाड़ियों, अनुदेशकों और आशा बहू समेत तमाम रोजगार सृजित किए थे। प्रधानमंत्री नौजवानों को पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं, ताकि विदेशों से आने वाले तेल की खपत हो और उनके अपने लोगों को फायदा हो।”
उन्होंने कहा, “पांच साल केन्द्र के और दो साल प्रदेश सरकार के पूरे होने के बाद भी काबिल सरकारों ने बुंदेलखंड के विकास के लिए कुछ नहीं किया। उपलब्धि के तौर देखा जाए तो बांदा का मेडिकल कॉलेज बसपा सरकार में बनना शुरू हुआ था और सपा सरकार में पूरा हुआ है। अब भाजपा की सरकार में चिकित्सक तक नहीं तैनात किए जा रहे।”
उन्होंने अपनी सरकार के कार्यकाल की तमाम योजनाएं गिना कर गठबंधन प्रत्याशी श्यामाचरण गुप्ता को जिताने की अपील की और कहा कि भाजपा नेताओं के भाषण शौचालय से शुरू होते हैं और शौचालय पर ही खत्म हो जाते हैं, जबकि इनके बनवाए शैचालयों में पानी तक का इंतजाम नहीं है।