कोलकाता, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट ओ.पी. जैयशा ने कहा है कि उनका सपना ओलम्पिक पदक जीतना है और वो इसके लिए रियो ओलम्पिक में जी जान से कोशिश करेंगी।
कोलकाता, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट ओ.पी. जैयशा ने कहा है कि उनका सपना ओलम्पिक पदक जीतना है और वो इसके लिए रियो ओलम्पिक में जी जान से कोशिश करेंगी।
जैयशा ने आईएएनएस से कहा, “ओलम्पिक पदक जीतना मेरा सपना है। मैंने इसके लिए काफी मेहनत की है। मैं अपना शत प्रतिशत दूंगी। मैं रियो के लिए काफी मेहनत कर रही हूं।”
जैयशा का ध्यान अभी रविवार को होने वाली मुंबई मैराथन पर है। पिछले साल उन्होंने इस मैराथन में आठवां स्थान हासिल किया था। उनकी कोशिश रविवार को अच्छा प्रदर्शन करने की होगी।
मुम्बई मैराथन की तैयारी के सवाल पर उन्होंने कहा, “मेरी तैयारी अच्छी है। मैंने पहले कुछ मैराथनों में हिस्सा लिया है जिससे अब मेरे पास अनुभव है। पिछले साल भी मैंने अच्छा प्रदर्शन किया था और उम्मीद करती हूं कि इस बार भी अच्छा प्रदर्शन करूंगी।”
जैयशा को मुंबई मैराथन में विश्व स्तर के एथलीटों के साथ मुकाबला करना है। इस मैराथन में सुधा सिंह और ललिता बाबर भी हिस्सा ले रही हैं जो जैयशा को कड़ी प्रतिस्पर्धा देती नजर आएंगी।
जैयशा ने कहा, “मैराथन की सबसे अच्छी बात है कि इसमें विश्व स्तर के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जिससे मैराथन में अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। अब हम प्रतिस्पर्धा करने के लिए पहले से बेहतर स्थिति में हैं।”
उन्होंने कहा, “हम विदेशों में जाकर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना चाहते हैं ताकि हम अपने आप में सुधार कर सकें।”
जैयशा ने कोच निकोलाई स्नेसरेव की तारीफ करते हुए कहा, “मुझे उनका अनुशासन पसंद है। उनके बिना हम यहां नहीं होते उनके आने से जमीन आसमान का अंतर आया है।”
उन्होंने कहा “उनके साथ हम लगातार सीख रहे हैं। वह हमें डांटते भी हैं जोकि खेल का हिस्सा है। किसी भी प्रतिोयोगिता से पहले हमें लक्ष्य दिए जाते हैं और हमारी कोशिश उनको पाने की होती है।”
वह एक सप्ताह में कितना दौड़ती हैं इस सवाल पर उन्होंने कहा, “मैं हर सप्ताह 210 से 220 किलोमीटर तक दौड़ती हूं। सुबह मैं तीन से चार घंटे अभ्यास करती हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं मैराथन में अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए दौड़ती हूं लेकिन मैं 5,000 मीटर दौड़ने की कोशिश करती हूं।