नई दिल्ली, 11 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को खुलासा किया कि 2007 में वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप से भारत के निराशाजनक तरीके से बाहर होने के बाद वह इतने दुखी हुए कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोचने लगे थे।
भारत को तब ग्रुप मैचों में बांग्लादेश और श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा था। भारत को तब उस विश्व कप के ग्रुप मैच में केवल बरमुडा पर जीत हासिल हो सकी और उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।
सचिन भी उस टीम के सदस्य थे और खराब बल्लेबाजी के लिए तब उनकी खूब आलोचना हुई। बांग्लादेश के साथ हुए मैच में सचिन ने सात रन बनाए जबकि श्रीलंका के खिलाफ वह अपना खाता भी नहीं खोल सके।
समाचार चैनल हेडलाइंस टुडे से साक्षात्कार में सचिन ने कहा कि वह क्रिकेट से तभी संन्यास ले लेते लेकिन उनके बड़े भाई अजित ने उन्हें ऐसा करने से रोका।
सचिन के अनुसार उनके बड़े भाई ने उन्हें 2011 विश्व कप तक खेलने की सलाह दी।
सचिन ने कहा, “मुझे अभी भी 2007 का विश्व कप याद है जब हम हारकर घर लौटे। मैं अपने प्रदर्शन से इतना निराश था कि संन्यास लेने के बारे में विचार करने लगा। मैंने अपने भाई अजीत को फोन किया और कहा कि मैं क्रिकेट छोड़ना चाहता हूं।”
सचिन के मुताबिक तब अजित ने कहा, “तुम 2011 की कल्पना करो जब तुम वानखेड़े स्टेडियम में यहां खेल रहे होगे।”
सचिन ने 2011 में विश्व कप फाइनल जीतने के बाद के अहसास को साझा करते हुए कहा, “मैं काफी भावुक हो गया था और मेरी आंख में आंसू आ गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वह लम्हा बहुमूल्य था। वह कुछ ऐसा समय था जिसका सपना मैं देखा करता था।”