नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। जेद्दा में सऊदी अरब की एक बड़ी विनिर्माण कंपनी में भारतीय कामगारों को सात महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके लिए भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
जेद्दा में इस तरह के 2,450 श्रमिकों के भारतीय वाणिज्य दूतावास की ओर से भोजन बांटे जाने के बाद यह खुलासा हुआ कि सऊदी की ओगर कंपनी इन कामगारों को विगत कई महीनों से वेतन नहीं दे रही है।
भोजन वितरण कार्य में शामिल एक भारतीय कामगार के अनुसार, कंपनी के 50,000 कर्मचारियों में 4,000 भारतीय हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सऊदी अरब और मध्य पूर्व के देशों के विनिर्माण उद्योग में मंदी छा गई है।
जेद्दा में भारतीय वाणिज्य दूत नूर रहमान शेख ने फोन पर आईएएनएस से कहा, “विगत सात महीने से ओगर कंपनी के इन भारतीय मजदूरों को वेतन नहीं मिल रहे थे।”
उन्होंने कहा, “हमने शनिवार को पांच शिविरों में 2450 भारतीय श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराए।”
शेख ने कहा, “हमने इन श्रमिकों को खाना पकाने की सामग्री और 1850 तैयार भोजन के पैकेटों के अलावा 15,375 किलोग्राम खाद्य सामग्री उपलब्ध कराए हैं।”
उन्होंने कहा कि ओगर कंपनी ने न केवल वेतन बंद कर दिया, बल्कि उसने इन श्रमिकों को भोजन देना भी बंद कर दिया है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को कहा, “चौंकाने वाली बात जो सामने आई है वह यह कि करीब 10 हजार भारतीय मजदूर भोजन की समस्या से जूझ रहे हैं।”
सऊदी अरब में रह रहे 30 लाख भारतीय प्रवासियों से अपने भाई बहनों की मदद करने की अपील करते हुए सुषमा ने कहा, “भारत की सामूहिक इच्छा से बलवान और कोई चीज नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब में करीब 30 लाख भारतीय प्रवासी हैं, जबकि करीब आठ लाख भारतीय कुवैत में हैं, जिनमें अधिकांश कारखानों में काम करने वाले कामगार हैं।