नई दिल्ली, 31 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राज्यसभा का भी सत्रावसान कर दिया। इस तरह संसद के बजट सत्र का आधिकारिक रूप से सत्रावसान हो गया क्योंकि लोकसभा का सत्रावसान पहले ही हो गया है।
इससे केंद्र सरकार को अध्यादेश के जरिये भारत सरकार की समेकित निधि से उत्तराखंड के लिए खर्च की व्यवस्था करने का मार्ग प्रशस्त हो गया। उत्तराखंड में गत रविवार से राष्ट्रपति शासन लागू है।
संसद का सत्र जारी रहते अध्यादेश का सहारा नहीं लिया जा सकता था।
राज्यसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात राज्यसभा का सत्रावसान हुआ। लोकसभा का सत्रावसान मंगलवार को हुआ था।
संसद के बजट सत्र के दौरान 16 मार्च को छुट्टी हुई थी। इसे 25 अप्रैल से फिर शुरू होकर 13 मई तक चलना था।
सूत्रों ने कहा कि संसद की बैठक फिर कब होगी, इसके बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
राजनीतिक मामलों की मंत्रिमडलीय समिति ने मंगलवार को सत्रावसान की संस्तुति की थी।
मंत्रिमंडल ने 50 साल पुराने शत्रु संपत्ति कानून में सुधार के लिए एक अध्यादेश को फिर से जारी करने का सहारा लिया ताकि ऐसी संपत्ति के वारिस या पाकिस्तान/चीन जा चुके लोग उन संपत्तियों का हस्तांतरण नहीं कर सकें।