मिस्तुरा ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने केवल सरकार द्वारा घेरेबंदी किए गए क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि विपक्ष तथा इस्लामिक स्टेट (आईएस) की घेरेबंदी वाले इलाकों में मानवीय सहायता पहुंचाने को लेकर चर्चा की।
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा कि वे एक और बैठक करेंगे, जिसमें सीरियाई अधिकारियों से जर्मनी के म्यूनिख में हुई हालिया वार्ता के नतीजों पर चर्चा होगी। वार्ता में विश्व शक्तियों ने समस्त सीरिया में एक सप्ताह के अंदर तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने व शत्रुता बंद करने का आह्वान किया था।
म्यूनिख वार्ता के नतीजे सीरिया सरकार व विपक्ष के बीच जेनेवा वार्ता शुरू करने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिसका पहला चरण प्रगति न होने के कारण विफल हो गया था।
विपक्ष ने पहले दौर की जेनेवा वार्ता से पहले निर्बाध तौर पर मानवीय सहायता पहुंचाने व शत्रुता बंद करने की शर्त रखी है और इन दोनों शर्तो के समाधान से समझौता जमीनी तौर पर मजबूत होगा, जिससे बीते पांच वर्षो से संघर्ष के कारण यातना झेल रहे सीरियावासियों को मदद मिलेगी।