मेक्सिको, 16 फरवरी (आईएएनएस)। उत्पीड़न और अन्य क्रूर, अमानीय बर्ताव पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत जुआन ई. मेंडेज ने सोमवार को मेक्सिकी प्रशासन से पिछले सप्ताह जेल में हुए दंगे की पूर्ण और भेदभाव रहित जांच कराने की अपील की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मोंटेरे के टोपो चिको जेल में 11 फरवरी की घटना की जांच का उद्देश्य दंगे के कारणों का पता लगाना और दोषियों की पहचान करना है। दंगे में कम से कम 43 कैदियों की मौत हो गई थी।
मेंडेज ने एक बयान में कहा, “जांच में पीड़ितों और उनके परिवारों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति होनी चाहिए, जिसमें यह भरोसा दिलाया जाना चाहिए कि ऐसी घटनाएं फिर नहीं होंगी और इससे जेल की परिस्थितियों में व्यापक सुधार आएगा।”
मेंडेज ने अप्रैल 2014 में टोपो चिको जेल का निरीक्षण किया था और जेल के अधिकारियों को वहां के खतरनाक हालात को लेकर आगाह किया था।
मेंडेज ने अक्षम कैदियों के प्रति क्रूरता की बात करते हुए कहा, “मैं देख पा रहा था कि कैदियों की देखरेख में जिस प्रकार अत्यधिक ढिलाई बरती जा रही थी, वह जेल में स्वायतत्ता और हिंसा का कारण बन गई थी।”
उन्होंने 27 अप्रैल को दी रिपोर्ट में खराब सुविधाओं, अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों और निम्न गुणवत्ता के भोजन का भी जिक्र किया था।
नीवी लियोन राज्य की सरकार ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा था कि जेल के अधिकारियों की सहमति से चल रहे दो अलग-अलग आपराधिक गुटों के बीच झड़प हुई थी।
गर्वनर जेमे रॉड्रिगुएज के कार्यालय के मुताबिक, घटना के बाद से राज्य पुलिस ने जेल को अपने अधिकार में ले लिया है और 233 कैदियों को अन्य जगह स्थानांतरित कर दिया है।