मुंबई:प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई के पात्रा चॉल घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले कल दिन भर उनसे पूछताछ चलती रही. रात 12.30 बजे उन्हें गिरफ्तार किया गया. हालांकि रविवार शाम को ही उन्हें हिरासत में ले लिया था. अधिकारियों ने बताया कि राउत को साउथ मुंबई के बलार्ड एस्टेट में ईडी के दफ्तर में छह घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. उन्होंने दावा किया कि राउत को धन शोधन रोकथाम कानून (PMLA) के तहत रविवार देर रात 12 बजकर पांच मिनट पर हिरासत में लिया गया, क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे.
- शिवसेना के राज्यसभा सदस्य राउत को मुंबई की एक विशेष PMLA कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी हिरासत मांगेगी.
- जांच एजेंसी का एक दल रविवार को मुंबई के भांडुप इलाके में राउत के आवास पहुंचा, जहां उन्होंने तलाशी ली, राउत से पूछताछ की और शाम तक उन्हें एजेंसी के स्थानीय कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होने का समन दिया.
- सांसद के भाई विधायक सुनील राउत ने एक निजी समाचार चैनल को बताया कि ईडी पात्रा चॉल मामले से संबंधित कुछ दस्तावेजों का पता नहीं लगा सकी, जिसके कारण संजय राउत को हिरासत में लिया गया और उन्हें ईडी कार्यालय ले जाया गया.
- राउत को दो समन भेजे जाने के बाद ED की टीम उनके घर पहुंची. राउत ने 7 अगस्त तक का समय मांगा था, क्योंकि वह संसद से संबंधित कार्य में व्यस्त थे. हिरासत की खबर सुनकर सैकड़ों शिवसैनिकों ने बाहर आकर विरोध प्रदर्शन किया, नारे लगाए और राउत को हिरासत में लेने की निंदा की.
- ED का यह कदम शिवसेना के 16 बागी विधायकों की अयोग्यता से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के समक्ष महत्वपूर्ण सुनवाई से एक दिन पहले आया है. सरकार ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मुंबई पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा कड़ी सुरक्षा तैनात की थी.