(खुसर-फुसर)- संघ प्रमुख राष्ट्रीयता की भावना के तहत चाहते हैं की शिक्षा को घोटालों से मुक्त किया जाय लेकिन उनके ही अनुयायी इसे मानने को तैयार नहीं.माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय में वर्तमान कार्यवाहक कुलपति का कार्यकाल विवादित और घोटालों से परिपूर्ण रहा,लोकायुक्त में इसकी जांच भी चल रही है,आने वाली 19 तारीख को महापरिषद की बैठक में इन दागी कुलपति की पुनः ताजपोशी की तैयारी हो गयी है.
इन महाशय में गलत नियुक्तियाँ की उसके बाद कुछ से इस्तीफे भी ले लिये,अभी हाल मे ही कार्यवाहक कुलपति होते हुए भी इन्होने इंटरव्यू लिया और कुछ को पदोन्नत किया,इन महाशय को फर्जीवाड़ा करने की आदत पड़ गयी है,फिर भी स्थानीय संघ के अधिकारी इन्हें ही चाहते हैं,व्यापम में गिरफ्तार लक्ष्मीकांत शर्मा से भी इनका संबंद्ध रहा है.
अभी नारद जयंती पर इन्हें राकेश सिन्हा के की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बना कर महिमामंडित किया गया,इस योजना में स्थानीय संघ पदाधिकारी का नाम सामने आ रहा है जिनका इस क्षेत्र में दबदबा है.सूत्र बताते हैं की संघ के एक और बड़े अधिकारी भोपाल आ रहे हैं जो इनकी नियुक्ति के सम्बंध में ही बुलाये गये हैं.
ऐसे विश्वविद्यालय इन कुलपति से आजिज आ चुका है,लेकिन सूत्र बताते हैं की कुछ बड़े सौदे विश्वविद्यालय में होने वाले हैं,जिनकी जमावट इन्हीं महाशय ने की है अब उसकी मलाई ये छोड़ना नहीं चाहते और अपने आकाओं से ये निवेदन कर आये हैं.
अब देखना यह है की संघ प्रमुख की राष्ट्रवादी इच्छाओं का सम्मान किया जाता है या फर्जीवाड़ा वाला गुट इसमें हावी होता है ,यही नियुक्ति युवाओं और राष्ट्र का भविष्य किस दिशा में जायेगा यह तय करने में एक संकेत भी होगी.