मुंबई, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। मशहूर संगीतकार रवींद्र जैन का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को यहां निधन हो गया।
जैन के एक सहयोगी ने बताया कि उन्होंने लीलावती अस्पताल में शाम लगभग 4.15 बजे अंतिम सांस ली। वह 71 वर्ष के थे।
जैन कुछ समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और उन्हें मंगलवार को नागपुर में द वोखर्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। अपने खराब स्वास्थ्य के कारण महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में प्रस्तावित अपने संगीत कार्यक्रम में वह हिस्सा नहीं ले सके।
नागपुर के अस्पताल में जैन के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ, लिहाजा उन्हें विमान के जरिए बुधवार को मुंबई लाया गया और लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था।
उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया, जिसके बाद लगभग 4.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
रवींद्र जैन का जन्म गुलाम भारत में 28 फरवरी, 1944 को हुआ था। वह जन्म से अंधे थे। उन्होंने 1970 के दशक में अपना संगीत कॅरियर शुरू किया और कई सुपर हिट फिल्मों में यादगार गीत दिए। ऐसी कुछ फिल्मों में ‘अंखियों के झरोखों से’, ‘चितचोर’, ‘चोर मचाए शोर’, ‘गीत गाता चल’, ‘श्याम तेरे कितने नाम’, ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘हीना’ के नाम लिए जा सकते हैं।
रवींद्र जैन ने बॉलीवुड को कई नए गायक दिए, जिनमें हेमलता, मनहर और अन्य शामिल रहे। उन्होंने के.जे. यसुदास जैसे दक्षिण भारतीय गायक से ‘चितचोर’ फिल्म में हिंदी गीत गवाए।
बाद में 1990 और 2000 के दशक में जैन ने कई टीवी धारावाहिकों के लिए भी संगीत तैयार किया। इनमें रामायण, लवकुश, श्रीकृष्णा, आलिफ लैला, और अन्य ऐतिहासिक, धार्मिक धारावाहिक शामिल रहे।