श्रीनगर, 24 जुलाई (आईएएनएस)। यहां शुक्रवार को मोबाइल सेवाओं को बाधित करने के उद्देश्य से सिलसिलेवार तरीके से चार हमले किए गए। हमलों से मोबाइल सेवा प्रदाताओं में खलबली मच गई है और सुरक्षा एजेंसियों की परेशानी बढ़ गई है।
पहला हमला सुबह के समय हुआ, जब कुछ अज्ञात हमलावर कारन नगर के भीड़भाड़ वाले व्यापारिक केंद्र स्थित एयरसेल के कार्यालय में जबरन घुस गए। उन्होंने कार्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों को कामकाज बंद कर बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने कार्यालय में शक्तिशाली हथगोला फेंका जिसमें अंदर का फर्नीचर नष्ट हो गया।
इस विस्फोट में एक ऑटो चालक शाहनवाज अहमद घायल हो गया और उसे इलाज के लिए एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के कुछ समय बाद ही हमलावरों के एक अन्य समूह ने कारन नगर इलाके के करीब स्थित वोडाफोन के सेवा एवं विक्री केंद्र के कर्मचारियों से कार्यालय से बाहर जाने के लिए कहा और हथगोला फेंक दिया।
इस तरह की वारदातों से उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि वे चाहते हैं कि शहर में मोबाइल फोन सेवा बंद कर दी जाए।
जैसे ही पुलिस ने कहा कि उन्होंने हमलावरों को पकड़ने के लिए खोजबीन शुरू दी है, शदीहगंज इलाके में स्थित भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के एक टॉवर पर भी हमला कर दिया गया। शदीहगंज इलाका सचिवालय से लगा हुआ है, जहां पर मुख्यमंत्री, उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों समेत सभी बड़े नौकरशाहों के दफ्तर हैं।
इस हमले में एक अन्य नागरिक घायल हो गया।
बमुश्किल एक घंटे बाद तीसरा हमला हुआ। शहर के वजीर बाग इलाके में एक और मोबाइल टावर पर हथगोले से हमला कर दिया।
शुक्रवार को हुए सिलसिलेवार हमले श्रीनगर शहर में अपनी तरह की पहली घटना है। इन हमलों के माध्यम से अज्ञात बंदूकधारियों ने राज्य की राजधानी में टेलीफोन सेवाओं के परिचालन पर युद्ध का ऐलान कर दिया है।
इससे पहले बंदूकधारियों ने उत्तर कश्मीर के इलाकों में, विशेष रूप से सोपोर में मोबाइल फोन विक्रेताओं पर हमले किए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह हमले मुफ्ती मोहम्मद सरकार के लिए चेतावनी है और कहा कि श्रीनगर सोपोर नहीं है और इसीलिए इन्हें हल्के में न लें।
अलगाववादियों ने स्वयं को इन हमलों से पहले ही अगल कर लिया है। आतंकवादी संगठन ‘जिहाद काउंसिल’ के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने कहा कि हमला करने वाले लोग कश्मीर की आवाम के दुश्मन हैं।
सलाहुद्दीन ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी नजर को संगठन से बाहर निकालते हुए गुरुवार को एक बयान जारी किया। खुफिया एजेंसियों और पुलिस का मानना है कि नजर समूह का प्रमुख नेता है और वही कश्मीर घाटी में मोबाइल फोन व्यापार के खिलाफ हमलों की योजना बनाकर उन्हें अंजाम दे रहा है।
अगर हमले इसी तरह जारी रहे तो इससे न केवल सुरक्षा का माहौल प्रभावित होगा, बल्कि व्यापार पर भी इसका असर देखने को मिलेगा, और लंबे समय तक इसकी भरपाई नहीं की जा सकेगी।