बेंगलुरू, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को आहूत एकदिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल से कर्नाटक के कई शहरों में जनजीवन ठहर गया है और दूकानें, बाजार, बैंक और कारखानें बंद हैं और बसें, टैक्सी और ऑटो भी नहीं चल रहे हैं।
बसों की हड़ताल के मद्देनजर राज्य के 30 में से सात जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी दे दी गई, ताकि विद्यार्थियों को परेशानी न हो। इनमें बेंगलुरू, मैसूर, हुबली-धारवाड़, मंगलुरू, उडुपी, कालाबुर्गी और बेलागावी शामिल हैं।
एक मजदूर नेता ने आईएएनएस से कहा, “हमारे हड़ताल का राज्य भर में अच्छा असर देखा जा रहा है। हजारों कर्मचारियों, जिसमें महिलाएं और अधिकारी भी शामिल हैं, ने काम का बहिष्कार किया है और हमारी मांगों के समर्थन में वे सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।”
पीने के पानी, दूध, अनाज, सब्जियां जैसी आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं को ले रहे निजी वाहनों और एंबुलेंस को हड़ताल से मुक्त रखा गया है।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी) के महासचिव ए. एन. कृष्णमूर्ति ने आईएएनएस से कहा, “यद्यपि सभी सार्वजनिक क्षेत्र के, निजी और सहकारी बैंक बंद हैं, लेकिन उनके कई सारे एटीएम काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को नकदी निकालने में परेशानी न हो।”
बसों का परिचालन बंद रहने के कारण, जिनमें अंतर्राज्यीय बसें भी शामिल हैं, हजारों मुसाफिरों को परेशानी उठानी पड़ी है। बस ड्राइवर, कंडक्टर और सहायक स्टॉफ सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक हड़ताल में शामिल हैं।
शहर के औद्योगिक इलाकों जैसे पीनया, अनेकल, बिडाडी और जिनागी में हजारों मजदूर और अधिकारी हड़ताल पर हैं। उन्होंने सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।
हड़ताल का हालांकि बेंगलुरू, मैसूर, मंगलुरू और बुब्बलाली की आईटी और बॉयोटेक कंपनियों पर असर नहीं हुआ है, क्योंकि इन इलाकों की कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को ढोने के लिए वाहनों का प्रबंध कर रखा है।
हालांकि राज्य सरकार के कार्यालय खुले, लेकिन काफी कम कर्मचारियों की उपस्थिति रही, क्योंकि वाहनों की हड़ताल के कारण लोगों को कार्यालय पहुंचने में परेशानी हुई।
इस हड़ताल में भाजपा से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर बाकी सभी केंद्रीय और राज्यस्तरीय श्रमिक संगठन शामिल हैं।
हालांकि जो लोग बेंगलुरू के पूर्वी-पश्चिमी मेट्रो गलियारों के आसपास रहते हैं, उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा संचालित मेट्रो रेल सेवा जारी रही।