वाशिंगटन, 27 जनवरी (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों के आधार पर शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि 70 फीसदी देशों में शैक्षिक उपलब्धियों के मामले में लड़कियां, लड़कों से कहीं आगे हैं। लैंगिक, राजनीति, आर्थिक और सामाजिक समानता का स्तर भिन्न होने के बावजूद वे अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
अांकड़ों के मुताबिक गणित और विज्ञान की पढ़ाई सहित समग्र शैक्षिक उपलब्धियों में दुनियाभर में लड़के लड़कियों से पीछे हैं।
अमेरिका के कोलंबिया स्थित मिसौरी विश्वविद्यालय (एमयू) और स्कॉटलैंड के ग्लासगोव स्थित ग्लासगोव विश्वविद्यालय के दल ने कहा कि कोलंबिया, कोस्टा रिका और भारत का हिमाचल प्रदेश केवल तीन ऐसे देश और क्षेत्र हैं, जहां पर लड़के, लड़कियों से आगे हैं।
एमयू में मनोविज्ञान के प्राध्यापक डेविड गैरी ने कहा, “हमने 2000 से 2010 के बीच इकट्ठा किए गए आंकड़ों से पूरी दुनिया के 15 साल के 15 लाख बच्चों की शैक्षिक उपलब्धियों का अध्ययन किया।”
उन्होंने कहा, “राजनीति, आर्थिक स्थिति, सामाजिक और लैंगिग समानता जैसे मुद्दे रहने और उन पर नीतियां होने के बावजूद ऐसे देशों में भी जहां पर महिलाओं की स्वतंत्रता पर काफी बंदिशें हैं, वहां भी हमने देखा कि 15 साल की लड़कियां लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।”
अपेक्षाकृत कम लैंगिक समानता के लिए जाने जाने वाले देश जैसे कतर, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात में शैक्षिक उपलब्धि में अंतर अपेक्षाकृत अधिक है और लड़कियों के पक्ष में है।
ग्लासगोव विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्राध्यापक जिज्सबर्ट स्टोएट ने कहा, “उच्च उपलब्धि हासिल करने के मामले में अपवाद के अलावा पूरी दुनिया में लड़कों की शैक्षिक उपलब्धि लड़कियों की तुलना में कम है।”
शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष में कहा कि शोध में शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण आशयों के बारे में भी बताया गया है।
इस शोधपत्र को इंटेलीजेंस नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।