मुंबई, 11 नवंबर (आईएएनएस)। बीते सप्ताह शेयर बाजार में मुनाफावसूली के कारण पिछले पांच सप्ताहों से आई तेजी गायब हो गई। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 371 अंकों या 1.1 फीसदी की गिरावट के साथ 33,314.56 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 130.75 अंकों या 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 10,321.75 पर बंद हुआ।
इस दौरान बीएसई का मिडपैक सूचकांक 150.42 अंकों या 0.9 फीसदी की गिरावट के साथ 16,562.69 पर तथा स्मॉलकैप सूचकांक 212.21 अंकों या 1.19 फीसदी की गिरावट के साथ 17,643.82 पर बंद हुआ।
सोमवार को सेंसेक्स में तेजी दर्ज की गई और यह 45.63 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 33,731.19 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 0.70 अंकों या 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ 10,451.80 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स 360.43 अंकों या 1.07 फीसदी की गिरावट के साथ 33,370.76 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 101.65 अंकों या 0.97 की गिरावट के साथ 10,350.15 पर बंद हुआ।
बुधवार को एक बार फिर बाजार में गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 151.95 अंकों या 0.46 फीसदी की गिरावट के साथ 33,218.81 पर तथा निफ्टी 47 अंकों या 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 10,303.15 पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स 32.12 अंकों या 0.10 फीसदी की तेजी के साथ 33,250.93 पर तथा निफ्टी 5.80 अंकों या 0.06 फीसदी की वृद्धि के साथ 10,308.95 पर बंद हुआ।
शुक्रवार को भी बाजार में तेजी का रुख रहा और सेंसेक्स 63.63 अंकों या 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 33,314.56 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 12.80 अंकों या 0.12 फीसदी की तेजी के साथ 10,321.75 पर बंद हुआ।
बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में – लार्सन एंड टूब्रो (2.35 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (3.66 फीसदी) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (2.52 फीसदी) प्रमुख रहे।
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे- रिलायंस इंडस्ट्रीज (6.57 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.29 फीसदी), आईटीसी (1.53 फीसदी), ल्यूपिन (20.53 फीसदी), सिप्ला (4.78 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (0.63 फीसदी), भारती एयरटेल (7.31 फीसदी), मारुति सुजुकी (0.63 फीसदी) और टाटा मोटर्स (5.43 फीसदी)।
व्यापक आर्थिक आंकड़ों के मोर्चे पर, प्रत्यक्ष कर संग्रहण के अक्टूबर के अनंतिम आंकड़ों में पिछले साल की तुलना में 15.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 4.39 लाख करोड़ रुपये रही।
वैश्विक मोर्चे पर, बैंक ऑफ जापान (बीओजे) अपनी सितंबर बैठक के मिनट्स सोमवार को जारी करेगा। जापान का सेवा क्षेत्र लगातार दो सालों से तेजी पर है तथा अक्टूबर में इसमें तेज वृद्धि दर्ज की गई। जापान का निक्केई-मार्किट सर्विसेज पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स अक्टूबर में मजबूत होकर 53.4 पर रहा। इस सूचकांक में 50 से कम मंदी का और 50 से अधिक तेजी का सूचक है।
अमेरिका में बेरोजगारी दर सितंबर में 4.1 फीसदी रही, जबकि अक्टूबर में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 2,61,000 नई नौकरियां पैदा हुई।